शनिवार का दिन बिहार के लिए काफी खास रहा। शनिवार को गंगा की धारा नालंदा के रास्ते नवादा तक पहुंच गई। मोकामा के हाथीदह से गंगा पाइप लाइन के 90 किलोमीटर तक नवादा के मोतनाजे जलाशय में जब गंगाजल पहुंचा, तो लोग खुशी से गदगद नजर आए। इसी वर्ष 3 जिले के लोग शुद्ध गंगाजल पी सकेंगे। इस योजना का ट्रायल शनिवार को किया गया था जो कि पूरी तरह सफल रहा। सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट के योजना के तहत नवादा जिले में घोड़ाकटोरा जलाशय में गंगा का पानी पहुंचा तो बड़ी तादाद में लोग भी वहां दिखाई दिए।
घोड़ाकटोरा जलाशय में तेज गति से गंगा का पानी आ रहा था जिसे देखने के बाद बड़ी संख्या में लोग वहां मौजूद थे और उनके चेहरे पर खुशी साफ रूप से झलक रही थी। जलाशाय के गंगा जल को शुद्ध करने के बाद पेयजल के रूप में आपूर्ति किया जाना है। जिले के मरांची से मोटर के माध्यम से गंगाजल को लिफ्ट करके पाइपलाइन के जरिए नवादा के जलाशय में लाया जा रहा है। गंगाजल को पहले चरण में गया और राजगीर तक पहुंचाने की योजना है। दोनों जगह पर इसके लिए भी रिजवायर का निर्माण किया गया है।
सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट
सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगाजल उद्वह प्रोजेक्ट के तहत नालंदा के साथ ही नवादा, बोधगया और गया को गंगा जल की आपूर्ति करने की तैयारी है। इन सभी स्थलों पर गंगाजल का शुद्ध पानी पेयजल के तौर पर इस्तेमाल करना सरकार का मुख्य मकसद है। तीन चरण में इस योजना को पूरा करने की तैयारी है। इस योजना पर पहले चरण में 2386 करोड़ रुपए की लागत आनी थी परंतु कोविड के वजह से देरी हुई जिससे लागत में इजाफा हो कर 4174 करोड़ रुपए हो गया।
हाल ही में सीएम नीतीश कुमार ने खुद काम का मुआयना किया था जिसके बाद तीव्र गति से काम पूर्ण करने का आदेश दिया था। राज्य कैबिनेट के द्वारा दिसंबर 2019 में इस योजना के लिए पहले चरण के लिए 2836 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई थी। पहल चरण 2021 के जून तक पूरा करना था लेकिन तकनीकी बाधा और कोविड के वजह से कार्य में देरी हुई।