PUC और FASTag के अलावा अब ये स्टीकर भी जरूरी, इसके बिना नहीं खरीद सकेंगे कार!

Written by: Kavita Tiwari | biharivoice.com • 07 जुलाई 2023, 1:36 अपराह्न

दुनिया भर के तमाम देशों में तेजी से बढ़ते प्रदूषण के कारण तमाम देश अलग-अलग तरह की तरकीब अपना रहे हैं। इस कड़ी में भारत सरकार ने भी स्क्रेपेज पॉलिसी के तहत कड़े फैसले लेना शुरू कर दिया है, जिसके तहत अब ई 20 पेट्रोल की बिक्री भी शुरू हो गई है।

Flex Fuel Car: दुनिया भर के तमाम देशों में तेजी से बढ़ते प्रदूषण के कारण तमाम देश अलग-अलग तरह की तरकीब अपना रहे हैं। इस कड़ी में भारत सरकार ने भी स्क्रेपेज पॉलिसी के तहत कड़े फैसले लेना शुरू कर दिया है, जिसके तहत अब ई 20 पेट्रोल की बिक्री भी शुरू हो गई है। वहीं इस फ्यूल को सपोर्ट करने वाली गाड़ियों को बनाने के भी ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स को निर्देश दिए गए हैं। इसी के साथ नई टेक्नोलॉजी पर बेस्ट गाड़ियों को भी जल्द इंडियन ऑटो मार्केट में देखा जाएगा। खास बात यह है कि यह नई गाड़ियां फ्लैक्स फ्यूल पर चलने वाली होंगी। इनकी रनिंग कॉस्ट तो कम होगी ही साथ ही यह पेट्रोल-डीजल की कारों के मुकाबले प्रदूषण भी कम करेंगे।

खास बात यह है कि इन कारों के साथ फ्लैक्स फ्यूल व्हींकल का स्टीकर लगाना अनिवार्यता की श्रेणी में रखा गया है। यह स्टीकर ऑटो कंपनियां ही अपने ग्राहकों को प्रोवाइड कराएंगे, जो बतायेंगे कि टैग वाली कारें पेट्रोल और डीजल की कारों से अलग है।

आ रही है फ्लैक्स फ्यूल कारें

दुनिया भर के तमाम देशों में इन दिनों इलेक्ट्रिक कारों की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है। हालांकि इसके बावजूद भी पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कारों की बिक्री में कुछ खासा कमी नहीं आ रही है। ऐसे में सरकार अब फ्लैक्स फ्यूल को पेट्रोल डीजल के विकल्प के तौर पर उतारने की प्लानिंग कर रही है। यही वजह है कि इस वैकल्पिक इंधन के लिए सरकार ने कुछ नई प्लानिंग की है। यह पेट्रोल और इथेनॉल के मिश्रण से तैयार किया जाएगा। इसे अल्कोहल बेस्ट फ्यूल भी कहा जा सकता है, क्योंकि इसमें एथेनॉल का इस्तेमाल किया जाएगा जिसे गन्ने, मक्का जैसी फसलों से तैयार किया जाता है।

क्या होगा नए वैकल्पिक ईंधन का नाम?

बता दें इस फ्यूल से चलने वाली कारें 35% तक कम प्रदूषण करेंगी। इसके साथ ही पेट्रोल-डीजल के मुकाबले इनका खर्च भी कम होगा। इसी के साथ ही ये काफी साइलेंट भी होंगी और माइलेज के मामले में भी यह पेट्रोल-डीजल से ज्यादा अच्छा फीडबैक देंगी। वही गैस से चलने वाली कारें जैसे सीएनजी या एलपीजी की समस्याओं से भी यह पूरी तरह से मुक्त होगी। वही मेंटेनेंस के मामले में भी इस पर खर्च लगभग ना के बराबर होगा। फ्लेक्स फ्यूल की कीमत पेट्रोल, डीजल, सीएनजी और एलपीजी के मुकाबले कम बताई जा रही है। हालांकि इसे किस कीमत पर मार्केट में उतारा जाएगा, इसे लेकर अब तक आधिकारिक रिपोर्ट सामने नहीं आई है।

अब बात इसके बदलाव की करें तो बता दे कि क्योंकि यह एक आईसी इंजन पर बेस्ट तकनीक है, इसलिए इसके इंजन में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। इस फ्यूल से चलने वाली कारें बिल्कुल वैसे ही काम करेंगी, जैसे पेट्रोल-डीजल से चलने वाली कारें करती है। इसमें भी आप फ्यूल पंप से ही भरवा सकते हैं। इसके इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है।

सस्ती पड़ेगी फ्लैक्स फ्यूल कार

जानकारों के मुताबिक फ्लैक्स फ्यूल से चलने वाली कारों की कीमत पेट्रोल-डीजल से कम होगी। हालांकि यह कितनी होगी और यह कितनी सस्ती पड़ेगी… इसे लेकर अधिकारी जानकारी साझा नहीं की गई है। वहीं सरकार शुरुआत में इस पर सब्सिडी देने की प्लानिंग भी कर रही है, जिसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ इलेक्ट्रिक कारों को भी छोड़ फ्लैक्स फ्यूल की कारें खरीदना आपके बजट में ज्यादा फिट बैठेगा।

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Kavita Tiwari

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