बिहार के श्रवण कुमार! बूढ़े माता-पिता को कांवड़ में बिठाकर 105 KM की पैदल यात्रा पर निकले बेटा-बहू

आज के दौर में जहां बेटे और बहू के द्वारा माता-पिता को दुखी करने, परेशान करने और उनके साथ मारपीट करने जैसी खबरें सामने आती है। ऐसे कलयुगी युग में बिहार (Bihar) का एक बेटा और बहू श्रवण कुमार (Bihar Shrawan Kumar) बनकर अपने माता-पिता को तीर्थ कराने पैदल निकल पड़े हैं। श्रावणी सावन मेला में यह पति पत्नी अपने माता-पिता को श्रवण कुमार (Shrawan Kumar Of Bihar) की तरह ही अपने कंधे पर लेकर उन्हें बाबाधाम की यात्रा करा रहे हैं। बिहार के कलयुगी श्रवण कुमार की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है और हर कोई इनके प्रेम भाव की तारीफ रहा है।

ये हैं बिहार के श्रवण कुमार

बिहार के यह कलयुग श्रवण कुमार जहानाबाद के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी रानी देवी भी उनके साथ माता-पिता को देवघर ले जाने के लिए उनका साथ निभा रही है। अपने माता-पिता को लेकर बाबा धाम की यात्रा पर निकले चंदन कुमार की चर्चा आज बिहार के हर जिले में हो रही है।

चंदन कुमार अपनी पत्नी और बच्चे के साथ माता-पिता को बाबा धाम की यात्रा पर लेकर निकल पड़े हैं। उन्होंने सुल्तानगंज से जल भर कर परिवार के साथ देवघर के लिए प्रस्थान किया। इस दौरान चंदन कुमार ने बताया कि हम प्रत्येक महीने सत्यनारायण व्रत का पूजन करते हैं और उसी दौरान मेरे मन में इच्छा जाहिर हुई कि माता-पिता को बाबा धाम की पैदल तीर्थ यात्रा कराने की, लेकिन माता-पिता वृद्ध है और ऐसे में 105 किलोमीटर की लंबी यात्रा तय करना उनके लिए संभव नहीं है।

उन्होंने बताया कि यह सब सोचकर मैंने और मेरी पत्नी ने यह सोचा कि हम दोनों मिलकर माता-पिता को बाबा धाम की यात्रा करायेंगे। यही सोचकर हमने माता-पिता की भी इसमें अनुमति ली और बाबा धाम की कावड़ यात्रा पर निकल पड़े। बता दे चंदन अपने माता पिता को बहंगी में बिठा कर कंधे पर लेकर यात्रा कर रहे हैं और उनके सफर में उनकी पत्नी भी पूरी भागीदारी निभा रही हैं।

Kavita Tiwari