बिहार: एक पैर पर उछल कर स्कूल जाने वाली 11 साल की बच्ची सीमा की सोनू सूद के किया मदद

10 साल की यह बच्ची अब तक एक एक पांव पर कूद-कूद कर स्कूल पढ़ने जाती थी लेकिन अब खुशी से कूदते-फांदते हुए दोनों पैरों से स्कूल जाएगी। लाखों लोगों के लिए मसीहा बन चुके अभिनेता सोनू सूद ने यह भरोसा सीमा को दिया है। सोनू सूद बिहार की 10 साल की बच्ची सीमा के मदद के लिए आगे आए हैं। बता दें कि सीमा एक दुर्घटना में अपने पैर गवां चुकी थी। सीमा की चाहत है कि खुद पढ़ाई करने के बाद गरीब बच्चों को शिक्षित कर सके। हालांकि, मीडिया में खबर आने के बाद जमुई के डीएम ने एक ट्राइसाइकिल सीमा को गिफ्ट में दिया है।

बिहार की बच्ची सीमा

बिहार के जमुई की सीमा की मदद के बाद सोनू सूद ने इसकी जानकारी खुद दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से बताया है कि अब यह अपने एक नहीं, दोनों पैरों पर कूदते हुए स्कूल जाएगी‌। टिकट भेज रहा हूं, दोनों पैरों से चलने का वक्त आ गया। सीमा के बारे में जैसे ही अभिनेता सोनू सूद को पता चला उन्होंने बिना देर किए बच्ची की मदद की। अपने ट्विटर अकाउंट से सोनू सूद ने लिखा कि दोनों पैर से चलने का समय आ गया है। मैं सीमा के लिए टिकट भेज रहा हूं।

 बिहार की बच्ची सीमा

500 मी की दूरी 1 पैर से करती है तय 

बता दें कि जमुई की 10 साल की दिव्यांग सीमा के कठिनाइयों और संघर्ष की कहानी मीडिया ने प्रमुखता से दिखाया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि सीमा एक पांव से ही प्रत्येक दिन 500 मीटर की दूरी तय करने के बाद अपने स्कूल पढ़ने के लिए जाती है। सीमा की यह खबर सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो गई। शासन प्रशासन और संगठन के लोग भी सीमा की मदद के लिए आगे आने का सिलसिला शुरू हो गया। बुधवार को जमुई के डीएम ने सीमा के घर पहुंच कर उसे एक ट्राई साइकिल गिफ्ट में दिया। उन्होंने कई तरह के प्रॉमिस भी किए। इस बार शिक्षा विभाग ने भी सीमा की मदद के लिए आगे आईं। इन सब के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीमा ने बाबू कुमार इलाके में कहा है कि सीएम चाचा मुझे पढ़ना है। मुझे आगे बढ़ने में मेरी हेल्प कीजिए।