sand mining in Bihar: बीते दिन यानी बुधवार से बिहार (Bihar) में नदियों से बालू का खनन पूरी तरह बंद हो गया है। बता दें कि बालू खनन के लिए नए सिरे से जिलों की सर्वेक्षण रिपोर्ट (District Survey Report) के आधार पर किया जाएगा। (सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का ऐसा आदेश है। ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश पर जुलाई से सितंबर तक बालू खनन काम बंद (Bihar Sand Mining Ban) रहता था। इस साल जून महीने से ही बालू खनन पूरी तरह बंद रहेगा। महीने भर बालू खनन पूरी तरह बंद होने के बाद भी प्रदेश के खनन एवं भूतत्व विभाग (Mining and Geology Department) का कहना है कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में बालू उपलब्ध है। बालू खनन (Sand Mining) नए सिरे से करने के लिए बंदोबस्ती जिलों के जरिए किया जाएगा।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के संबंध में खान एवं भूतत्व विभाग के अनुसार राज्य के 16 जिलों में फिलहाल बालू खनन हो रहा था। जिन जिलों में बालू खनन हो रहा था वहां के बंदोबस्त धारियों से मई के 31 तारीख तक राजस्व की वसूली की गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2021 में पारित अपने निर्देश में बिहार सरकार को आदेश दिए थे। जिला सर्वेक्षण रिपोर्ट बनाकर सभी जिलों को पेश करने को कहा गया है।
नए सिरे से होगा टेंडर जारी
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नए सिरे से टेंडर जारी किया जाएगा। आदेश के बाद बंदोबस्ती के लिए नए सिरे से निर्देश जारी होंगे। विभाग का कहना है कि सर्वेक्षण रिपोर्ट जिन जिन्होंने बना लिया है जिस पर पर्यावरणीय मंजूरी भी मिल दी जा चुकी है। आदेश मिलने के बाद नदी घाटों की टेंडर के लिए नए सिरे से टेंडर जारी किया जाएगा इसके बाद बालू खनन शुरू होगा। बता दें कि बिहार में बालू खनन को लेकर शुरू से ही राजनीति गर्म रही है। बिहार सरकार की बालू के अवैध खनन और बालू माफियाओं से परेशान रहती है। पर्यावरण के दृष्टिकोण से बिहार में समय-समय पर बालू खनन पर रोक लगा दिया जाता है। अब एक बार फिर से बालू खनन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।