बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से लोन लेने वाले छात्रो के शैक्षणिक दस्तावेजों का सत्यापन अब थर्ड पार्टी एजेंसी करेगी। यह फैसला खुद शिक्षा विभाग लिया है। मालूम हो कि अब तक सत्यापन करने का कार्य शिक्षा विभाग खुद करता था। लेकिन अब से यह कार्य एजेंसी के द्वारा की जाएगी और आवेदकों के शैक्षणिक पत्रों के सत्यापन के लिए संबंधित एजेंसी पूरी तरह जवाबदेह होगी।
बता दे कि इस फैसले के पीछे सरकार की मंशा यह है कि इससे समय पर विद्यार्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन हो सकेगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि देश व प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और शैक्षणिक संस्थाओं के प्रमुखों को इस सम्बन्ध मे निर्देश भेज दिया गया है। शिक्षा विभाग के द्वारा थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन के लिए देश को तीन क्षेत्रों में बांटा गया है।
बिहार मे लोन के लिए जमा कराए गए शैक्षणिक दस्तावेजों के सत्यापन का जिम्मा मेधज लिमिटेड और उत्तर भारत के आवेदनों के लिए अभय टेक्नो प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया है। दक्षिण भारत से संबंधित शैक्षणिक दस्तावेजों के सत्यापन के लिए एजेंसी का चयन अभी प्रक्रिया मे है।
अब तक 20 हजार आ चुके आवेदन
नये शैक्षणिक सत्र 2021-22 में 20 हज़ार से अधिक छात्रो ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया है। अब जल्द ही थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी।
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