सच में! जो शिक्षक बच्चों को नहीं पढ़ाते हैं, उन्हें निकाल दिया जाएगा, सरकार ने शुरू किया अपना काम

Written by: Kavita Tiwari | biharivoice.com • 25 नवम्बर 2022, 10:04 पूर्वाह्न

 बिहार सरकार (Bihar Government) ने स्कूलों को लेकर एक बड़ा फैसला किया है, जिसके मुताबिक अब प्रदेश में बच्चों का ही नहीं बल्कि शिक्षकों का भी रिपोर्ट कार्ड (Teacher Report Card) हर महीने तैयार किया जाएगा।

Bihar Government Scheme: बिहार सरकार (Bihar Government) ने स्कूलों को लेकर एक बड़ा फैसला किया है, जिसके मुताबिक अब प्रदेश में बच्चों का ही नहीं बल्कि शिक्षकों का भी रिपोर्ट कार्ड (Teacher Report Card) हर महीने तैयार किया जाएगा। इस रिपोर्ट कार्ड में उनके विद्यालय में आने-जाने के लेखा-जोखा के साथ साथ उनके काम का भी ब्यौरा रखा जाएगा और इसी के आधार पर उन पर कार्रवाई की जाएगी। बता दे नीतीश सरकार (Nitish Government) ने अपने इस फैसले के तहत जिला स्तर पर अपने अधिकारियों को एक खास जिम्मा सौंपा है। इसके लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने सभी जिले के शिक्षा पदाधिकारियों को लिखित पत्र भी भेजा है।

शिक्षा विभाग नदारद शिक्षकों पर कसेगा नकेल

इस दौरान अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने अपनी इस पत्र में यह स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी भी हालत में शिक्षकों की सूची बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बगैर सूचना के स्कूल से गायब रहना या किसी भी तरह की लापरवाही बरतना स्वीकार नहीं होगा। बता दे विभाग की ओर से पहले भी ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। वहीं अब इसके विस्तार के लिए शिक्षकों का रिपोर्ट कार्ड बनाने की योजना तैयार की गई है। विभाग में शिक्षकों की मॉनिटरिंग स्तर पर करने का फैसला किया है।

सैलरी में होगी कटौती

विभाग की ओर से साझा जानकारी के मुताबिक शिक्षकों के विद्यालय आने को लेकर जिला स्तर पर हर महीने मॉनिटरिंग कर उनका रिपोर्ट कार्ड बनाया जाएगा। इस दौरान प्रारंभिक विद्यालयों में अनुपस्थित प्रधानाध्यापक, शिक्षिका एवं शिक्षक से जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्पष्टीकरण भी मांगेंगे। इसके अलावा माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अनुपस्थित रहने वाले प्राचार्य, शिक्षिका एवं शिक्षक से सीधी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा सवाल जवाब किया जाएगा। ऐसे में अगर जवाब संतोषजनक नहीं पाया जाएगा, तो उनकी सैलरी में भी कटौती की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने जारी किए थे निर्देश

बता दे कि शिक्षक दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा यह स्पष्ट कहा गया था कि जो शिक्षक बच्चों को नहीं पढ़ाते हैं, उन्हें निकाल दिया जाए और जो शिक्षक बच्चों को सही से पढ़ाते हैं एवं उनके शिक्षा को सर्वोपरि रखते हैं, उनका वेतन बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने इस दिशा में युद्ध स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है। इसी के मद्देनजर विभाग अब विद्यालय में लेट से आने वाले या बिना सूचना के विद्यालय से नदारद रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई करने का फैसला किया है।

ऐप के जरिए होगी मॉनिटरिंग

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी स्कूलों के रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए बेस्ट प्लस ऐप की भी शुरुआत की है। इस ऐप का नाम बिहार जी स्कूल ट्रैकिंग प्लस ऐप बताया जा है। इसके जरिए प्रारंभिक माध्यमिक से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालयों की नियमित तौर पर मॉनिटरिंग की जाएगी। सरकार के इस फैसले का एकमात्र उद्देश्य स्कूलों की बिगड़ी शिक्षा व्यवस्था को सुधारना है।

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Kavita Tiwari

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