बिहार: सरकार ला रही टेक्सटाइल पॉलिसी, पटना समेत कई शहरों में बनेंगे रेडीमेड गार्मेंट्स, घर मे मिलेगा काम

बिहार (Bihar) के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन (Industries Minister Shahnawaz Hussain) ने बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि राज्य में जल्द ही नहीं टेक्सटाइल नीति शुरू की जाएगी, जिसका प्रारूप अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि इसके प्रारूप को तैयार करने के बाद कैबिनेट के पास इसे मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इस नीति की मदद से पटना सिटी समेत कई अन्य शहरों में फिर से टेक्सटाइल उद्योग (Textile Policy In Bihar) को स्थापित किया जाएगा। पटना टेक्सटाइल (Patna Textile Industry) नीति के मद्देनजर गंजी, अंडरवियर समेत कई रेडिमेड गारमेंट्स के उद्योग शुरू किए जाएंगे।

Textile Policy In Bihar
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पटना में खुलेंगे टैक्सटाइल उद्योग

इस दौरान दूसरे शहरों में मजदूरी करने के लिए पलायन करने वाले कामगरों को लेकर भी उन्होंने कई अहम बातें कहीं। उन्होंने बताया कि महामारी के दौरान भारी तादाद में दूसरे राज्यों में काम करने वाले लोग अपने अपने घर लौटे हैं। उनमें से 86 फ़ीसदी लोग कपड़ा कंपनियों में काम करते थे, इस वजह से राज्य में कामगारों को बड़े स्तर पर रोजगार मिलेगा। शाहनवाज हुसैन ने बताया कि बिहार के बाहर टेक्सटाइल उद्योग से जुड़े प्रवासी चाहे तो बिहार वापसी कर यही अपना काम कर सकते हैं।

Textile Policy In Bihar

इस दौरान उन्होंने कारोबार को शुरू करने के तहत बताया कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री में बिहार सरकार निवेशकों की हर सुविधा हर मदद करने को तैयार है। इसके लिए 1 अप्रैल से नई व्यवस्थाएं भी लागू की जा रही है। इस दौरान उद्योग मंत्री ने बिहार के पटना में भारी तादाद में शुरू होने वाली टेक्सटाइल पॉलिसी के तहत लोगों को मिलने वाले रोजगार का भी ज़िक्र किया।

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बिहार के कंबल होंगे देशभर में मशहूर

साथ ही इस दौरान उन्होंने विधान परिषद में कई अन्य प्रश्नों का जवाब देते हुए राज्य में रोजगार के मुद्दे पर कई अहम बातें की। इस दौरान उन्होंने रामचंद्र पूर्वे के अल्प सूचित प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि बिहार में बेहतर कंबल बनाने के लिए कामगारों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही कोशिश रहेगी कि बिहार में बने कंबल दूसरे राज्यों में भी भेजे जाए। उन्होंने कहा कि बिहार का कंबल आज भी लोगों की पहली पसंद है, लेकिन इसकी समुचित ब्रांडिंग और आपूर्ति होने के कारण कामगरो को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस कड़ी में सरकार लोगों की मदद के लिए तैयार है।

Kavita Tiwari