बिहार में इसी साल बनेगा अंतराष्ट्रीय आधुनिक बंदरगाह, 1,750 करोड़ की लागत से होगा निर्मित

बिहार (Bihar) में लगातार हो रहे ढांचागत निर्माण से राज्य की तस्वीर (grawing Bihar) लगातार बदल रही है। इस कड़ी में अब इलाहाबाद से हल्दिया के बीच गंगा में सारण के कालूघाट में 1,750 करोड रुपए की लागत से इसी साल एक नए अंतरराष्ट्रीय आधुनिक बंदरगाह (International Modern Port )का निर्माण कार्य शुरू होगा। खास बात यह है कि इस बंदरगाह से नेपाल (Napal) सहित अन्य देशों से मालवाहक जहाजों पर विदेशी सामान (International Modern Port In Sonpur, Bihar)को लाया ले जाया सकेगा।

International Modern Port

बिहार में जल्द बनेगा आधुनिक बंदरगाह

बता दे यहां कस्टम विभाग द्वारा जांच की व्यवस्था भी रखी जाएगी। इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय एजेंसी भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण को नीतीश सरकार की ओर से 5 हेक्टेयर जमीन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इस कड़ी में इसी महीने जमीन उपलब्ध कराए जाने के बाद बंदरगाह का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

International Modern Port
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इसी महीने से शुरू होगा निर्माण कार्य

इस मामले से जुड़ी जानकारी भारतीय अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष अमित प्रसाद ने पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए जारी कर दी थी, जिसके तहत जलमार्ग को बढ़ावा देने की बात ही कही गई थी। साथ ही राजधानी पटना, बेगूसराय, आरा और भागलपुर के रो-रो टर्मिनल भी इसके मद्देनजर बनाए जाएंगे। इस दौरान अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रवीण पांडे और जलमार्ग विकास परियोजना के चीफ इंजीनियर सहित प्रोजेक्ट मैनेजर रविकांत भी इस प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद रहे और उन्होंने सभी जानकारियों को बारीकी से साझा किया।

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राज्य सरकार को दिये जायेंगे दो छोटे जहाज

गौरतलब है कि प्राधिकरण के अध्यक्ष ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि राज्य सरकार को दो छोटे जहाज दिये जाएंगे, जिनका निर्माण कोचीन शिपयार्ड में किया जा रहा है। बता दे राज्य सरकार को दिये जाने वाले इन दो छोटे जहाज में से एक में 15 ट्रक और 150 यात्री एक बार में ढोये जा सकेंगे। वही दूसरे में 8 आधुनिक बंदरगाह और 120 यात्री ढोये जा सकेंगे।

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बता दे कोचीन शिपयार्ड द्वारा यह जहाज इसी महीने मिलने की संभावना जताई गई है। इनके चलने से पर्यावरण भी प्रदूषित होने से बचेगा एवं साथ ही राष्ट्रीय जलमार्ग नंबर-1 के रूट हल्दिया से इलाहाबाद के बीच 1460 किमी रास्ते से ऐसे जहाज के लिए पर्याप्त पानी भी उपलब्ध है, जिसके जरिए रास्ता आसानी से तय किया जा सकेगा और सामानों को आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकेगा।

Kavita Tiwari