बिहार (Bihar) में एक बार फिर से बालू घाटों की नीलामी (Sand Ghat Auction) होने जा रही है। पटना (Patna) समेत 14 जिलों के लगभग 50 बालू घाटों की फिर से नीलामी (Sand Ghat Auction In Bihar) के लिए तैयारी शुरू हो गई है। इससे पहले यह प्रक्रिया फरवरी माह में शुरू की गई थी। इसके तहत प्रदेश में 16 जिलों के लगभग 330 बालू घाटों की टेंडर प्रक्रिया बिहार राज्य खनन निगम लिमिटेड (Bihar State Management Limited) द्वारा शुरू किया गया था। इस दौरान किन्ही वजहों से है जिन बालू घाटों का टेंडर नहीं हो सका था, उन घाटों की निगम के सहयोग से बंदोबस्ती की जा रही है।
वर्तमान में बिहार राज्य खनन लिमिटेड लिमिटेड द्वारा सारण, औरंगाबाद, पटना, भोजपुर, बांका, अरवल, जमुई, गया, रोहतास, किशनगंज, पश्चिमी चंपारण, बक्सर, लखीसराय और वैशाली जिलों में फिर से बालू घाटों की बंदोबस्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ई-टेंडर के माध्यम से 6 और 7 मई को सिलेक्टेड ठेकेदारों को बालू घाटों का जिम्मा सौंपा जाएगा।
सूत्रों की मानें, तो वर्तमान में प्रदेश में बालू पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इस वजह से सभी जिलों में बालू की उपलब्धता है। जबकि 14 जिलों में लगभग 50 नए बालू घाटों से रेत खनन प्रारंभ होने से बालू की उपलब्धता में और बढ़ोतरी होगी। इससे निर्माण कामों को और बढ़ावा मिलेगा।
बता दें कि जिन जिलों में फिर से बालू घाटों की बंदोबस्ती होने वाली है उनमें लखीसराय, बक्सर, पश्चिमी चंपारण, जमुई, गया, किशनगंज, औरंगाबाद, बांका, अरवल, भोजपुर, पटना, रोहतास, वैशाली और सारण शामिल है। नए बालू घाटों से बालू खनन शुरू होने से पर्याप्त मात्रा में बालू उपलब्ध होगा और प्रदेशवासियों को होने वाली बालू किल्लत की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।