Integrated Farming: पैसों की होगी बरसात अगर धान की खेत मे करेगें मछ्ली पालन, जाने तरीका

भारत (India) में खरीफ सीजन (Kharif Season) के दौरान धान की खेती लगभग सभी राज्यों में बड़े पैमाने पर की जाती है। दरअसल धान एक ऐसी नकदी फसल (Paddy Cultivation) है जो किसानों की अच्छी आमदनी का जरिया बनती है। ऐसे में मानसून के दौरान धान की खेती (Rice Farming) करने का चलन लगभग देश के ज्यादातर हिस्सों में है। धान की खेती से अधिक आमदनी के लिए किसान खाद उर्वरकता का प्रयोग करने के लिए कई अलग अलग तरह की तकनीक अपनाते हैं, लेकिन धान की खेती के साथ ही मछली पालन करना सबसे अधिक लाभदायक माना जाता है। खास बात यह है कि इस तकनीक को फिश राइस फार्मिंग (Fish-Rice Farming) यानी धान के साथ मछली पालन का नुस्खा कहा जाता है, जो कि एकीकृत खेती का एक मॉडल है।

Fish-Rice farming

क्या होती है फिश-राइस फार्मिंग (What is Fish-Rice farming)

फिश-राइस फार्मिंग यानी धान के साथ मछली को एक ही खेत में पाला जाना… मालूम हो कि ज्यादा सिंचाई और बारिश के कारण धान की फसल को ज्यादा पानी में में रखा जाता है। ठीक उसी तरह उसी खेत में जल के स्तर को मछली पालन के लिए भी भरपूर स्तर पर रखा जाता है। इस काम को बेहतर बनाने के लिए सावधानी और ट्रेनिंग की भी आवश्यकता है। दरअसल इस तकनीक के तहत खेतों में धान की रोपाई पहले की जाती है, फिर इसके बाद फिश कल्चर तैयार करके खेतों में इसे डाला जाता है। इसके बाद धान की खेती और मछली पालन में संतुलन बिठाकर प्रबंधन किया जाता है। इस तकनीक से जहां एक और मछलियों को स्वस्थ उत्पादन मिलता है, तो वहीं धान में कीड़े और खरपतवारों के लगने की समस्या का भी निवारण हो जाता है, जिससे फसल अच्छी उठती है।

Fish-Rice farming

फिश-राइस फार्मिंग के फायदे (Benefits of Fish-Rice farming)

मालूम हो कि ज्यादा सिंचाई और ज्यादा बारिश के कारण धान की फसल में अक्सर ज्यादा पानी भर जाता है, जो कि फसल की जरूरत तो है, लेकिन कभी-कभी अतिरिक्त पानी को खेत से बाहर भी निकालना पड़ता है। ऐसे में अक्सर भारी मात्रा में पानी की बर्बादी होती है। इस स्थिति से निपटने के लिए धान के खेत में मछली पालन करने से पानी का सही इस्तेमाल करने के साथ-साथ आप धान के प्रॉफिट के साथ ही मछली के बाजार में भी 2 गुना पैसा कमा सकते हैं। यह आपके लिए दुगने प्रॉफिट का काम करेगा।

Fish-Rice farming

कई देशों में होती है फिश-राइस फार्मिंग (Fish-Rice farming is done in Which countries)

जानकारी के मुताबिक फिश राइस फार्मिंग को आज कई देश अपनाते हैं। बता दे फिश राइस फार्मिंग कोई नई तकनीक नहीं है, बल्कि इसे पहले से कई देश अपना कर इसे दोगुना मुनाफा कमाते हैं। इस लिस्ट में चीन के अलावा कोरिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलिस्तीन, बांग्लादेश और मलेशिया के साथ-साथ थाईलैंड का नाम भी शामिल है। फिश-राइस फार्मिंग के जरिए आप अपने एक ही खेत से दुगना प्रॉफिट कमा सकते हैं।

Fish-Rice farming

भारत में भी सिखाी जा रही फिश-राइस फार्मिंग

दुनिया भर में फिश राइस फार्मिंग के बढ़ते दायरे को देखते हुए अब भारत में भी किसानों को इस तकनीक को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। भारत के किसानों को इस तकनीक के फायदे और इसके दोगुने प्रॉफिट के बारे में बताया जा रहा है। इस तकनीक के तहत धान की खेती में पानी भरकर मछली पालने का काम किया जाता है, जोकि आपको बेहतर रिजल्ट के साथ-साथ बेहतर प्रॉफिट भी देता है।

Kavita Tiwari