बुधवार की शाम को बक्सर मे वायुसेना के हेलीकाप्टर चिनूक की आपातकालीन लैंडिंग की गई। दरअसल वायुयान मे कुछ तकनीकी खराबियां पायी गई, जिसे दूर करने में इंजीनियर जुटे हुए हैं। हेलीकाप्टर की इमर्जेन्सी लैंडिंग के बाद तकनीकी खराबी की सूचना मिलते ही रात में ही इंजीनियर यहां पहुंच गए थे। आर्मी की एक गाड़ी भी यहाँ पहुंंची है। अभी भी इंजीनियर यहाँ आ रहे हैं। इस सबके बीच यह हेलीकाप्टर लोगों के बीच कौतुहल का विषय बना हुआ है। इसे देखने के लिए सुबह से लोग आने लगे और देखते ही देखते भीड़ लग गई।

भीड़ ऐसी हो गई कि देखते ही देखते जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। दरअसल पहली बार लोगों को इतने करीब से ऐसा हेलीकाप्टर देखने का मौका मिल रहा है, इसलिए लोग बड़ी संख्या मे उत्सुकतावश इसे देखने के लिए आने लगे। हेलीकाप्टर की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों को स्कूल परिसर से बाहर कर दिया गया है। लोग कौतुहलवश दूर से ही इस चापर को देख रहे हैं। इतना ही नहीं मोबाइल से उसकी तस्वीरें लेने के लिए लोगों की कतार लग गई है।
अचानक लैंडिंग से लोगों के होश ही उड़ गए

बुधवार की देर शाम को बक्सर के धनसोई थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव में अचानक से हेलीकाप्टर की लैंडिंग। इमरजेंसी से पहले विशालकाय हेलीकाप्टर को जब काफी नीचे चक्कर काटते हुए लोगों ने देखा तो लोगों के होश ही उड़ गए, कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति हो गई। फिर कुछ ही देर मे मानिकपुर हाईस्कूल के मैदान में हेलीकाप्टर की लैंडिंग (Emergency Landing) कराई गई। इसके बाद वायुसेना के अधिकारी और जवान हेलीकाप्टर से बाहर निकले। अधिकारी हेलीकाप्टर की सुरक्षा में खड़े हो गए। मैदान में पहले से कीचड़ था, जिस वजह से चापर का कुछ हिस्सा धंस गया।
खबर मिलते ही पुलिस पहुँच गयी

जैसे ही प्रशासन की जानकारी मे यह बात आई, पुलिस मौके पर पहुंची। विशालकाय हेलीकाप्टर को देखने जुटी भीड़ को हटाने मे पुलिस को काफी परेशानी हुई। बक्सर के एसपी नीरज सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ तकनीकी खराबी के चलते हेलीकाप्टर (ZL-4677) की इमरजेंसी लैडिंग की गई थी। उसमें सवार सभी अधिकारी व जवान सुरक्षित हैं। शाम में वायुसैनिकों के ठहराव की व्यवस्था उसी स्कूल में कराई गई।