बालू की कीमतों में जल्द आएगी गिरावट, 218 दिन बाद सोन नदी के 31 घाटों पर शुरू होगा बालू का खनन

218 दिनों के बाद जिले के सोन नदी के 31 बालू घाटों में बालू खनन का काम शुरू किया जाएगा, और 219 दिनों के बाद जिले की बालू मंडियो के बाजार गुलजार होंगे। बालू खनन होने से निर्माण कार्य के लिए बालू की उप्लब्धता हो सकेगी और सरकारी तथा निजी क्षेत्रों के निर्माण कार्य में तेजी आएगी। बालू खनन का कार्य शुरू किए जाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से जिले की सोन नदी में 31 घाटों को चिह्नित किया गया है, जिसके लिए बिहार मेटल कॉरपोरेशन ने इ-टेंडर की टेंडर आमंत्रित की गई है। 4 दिसंबर को निविदा खोले जाने की तिथि है और छह दिसंबर की आधी रात से बालू खनन शुरू हो जाएगा।

सात दिसंबर से जिले की बालू मंडियों में बालू की बिक्री होने लगेगी। जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि जिला समन्वय समिति की बैठक में खनन विभाग के द्वारा उक्त सूचना दी गई है। प्राप्त जानकारी के आधार पर अन्दाजा लगाया जा रहा है कि आगामी सात दिसंबर से जिले में बिक्री के लिए बालू उपलब्ध होने लगेगा। इसके बाद निर्माण रुके हुए कार्य में तेजी आयेगी। यहाँ उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष 30 अप्रैल को सोन नदी के घाटों पर बालू खनन में लगी आदित्य मल्टीकॉम कंपनी ने खनन कार्य से अलग हो गई थी।

बालू की कीमतों में जल्द आएगी गिरावट

बता दें कि एक मई से ही बालू खनन कार्य बंद हो गया था, जिस कारण बालू की संकट हो गई थी, और इसकी कीमतें भी काफी बढ़ गई थी। तब स बालू खनन का काम बंद ही है, जिसके अवैध रूप से बालू खनन व बिक्री की गतिविधियां बढ़ी हुई थी, और प्रशासन भी इससे परेशान था। भंडारण के बालू में खेल हो जाने से FIR ने तक की नौबत आ गयी थी। भंडारित बालू और अवैध खनन करनेवाले पर प्रशासन की तीखी निगाह है, इसके लिए जिलाधिकारी ने संबंधित क्षेत्र के अंचलाधिकारी व थानाध्यक्षों को सख्त निगरानी किए जाने का निर्देश दिया है।

Manish Kumar