रामलखन पथ को बाइपास और रामकृष्णा नगर से जोड़ने के लिए किया जाएगा पुलिया का निर्माण, जानें कब तक होगा पूरा

रामलखन पथ को बाइपास और रामकृष्णा नगर से जोड़े जाने की तैयारी पूरी की जा रही है। दो माह के अंदर आरसीसी पुलिया का निर्माण कर लिया जाएगा। इसकी पाइलिंग के लिए गड्ढा खोदने का काम किया जा रहा है। बता दें कि इस पुलिया के निर्माण के बाद आवागमन बहुत आसान हो जाएगा और बड़ी आबादी इससे लाभान्वित होगी। नूतन राजधानी पथ प्रमंडल की ओर से इसका निर्माण किया जा रहा है। कार्यपालक अभियंता शशि भूषण सहाय ने जानकारी देते हुए बताया कि रामलखन पथ के पास नाला के ऊपर आरसीसी पुलिया बना कर उसे एनएच से जोड़ने का काम किया जा रहा है। यह पुलिया सात मीटर चौड़ी होगी। इसके निर्माण पर लगभग 40 लाख रुपये के खर्च होने की सम्भावना है।

नाला सफाई के दौरान काटा था संपर्क पथ

गौरतलब है कि पिछले साल राम लखन पथ के पास नाला सफाई के दौरान संपर्क पथ काटना पड़ा था। इससे वहाँ आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि एनएच पर आने-जाने के लिए नगर निगम की तरफ से लोहे की पुलिया बनायी गयी, जो क्षतिग्रस्त हो गयी थी। अब उसकी जगह आरसीसी पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है, जिसे दो माह में तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

कारगिल चौक की ओर से शुरू होगा काम

कारगिल चौक से एनआइटी मोड़ तक डबल डेकर एलिवेटेड रोड के निर्माण कार्य के लिए आइआइटी से डिजाइन की मंजूरी मिलने का इंतज़ार किया जा रहा है। निर्माण एजेंसी गावर कंपनी द्वारा इस महीने के अंत तक डिजाइन तैयार कर लिया जाएगा और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को यह सौंप दिया जायेगा। इसके बाद डिजाइन को मंजूरी के लिए आइआइटी को भेजा जाना है। मालूम हो कि इसके लिए चार-पांच आइआइटी संस्थान का ऑप्शन रखा गया है। पुल निर्माण निगम के आधिकारिक सूत्र के मुताबिक 15 दिसंबर तक डिजाइन मंजूरी की प्रक्रिया पूरी हो सकती है और फिर निर्माण एजेंसी को वर्क ऑर्डर मिलेगा।

वन वे रहेगा ट्रैफिक

आधिकारिक सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार निर्माण कार्य का आरंभ कारगिल चौक की ओर से किया जाएगा । इस दौरान अशोक राजपथ में वन वे ट्रैफिक होगा। इस दौरान अशोक राजपथ में कारगिल चौक से एनआइटी की ओर जाने की सुविधा रहेगी। ट्रैफिक पुलिस के साथ इसके लिए समन्वय स्थापित की जायेगी। बता दें कि करीब सवा दो किलोमीटर डबल डेकर एलिवेटेड रोड का निर्माण काम तीन साल यानी 2024 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। निर्माण एजेंसी के द्वारा मिट्टी जांच का काम पूरा कर लिया गया है। सितंबर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिलान्यास किया था।

Manish Kumar