बिहार में बदला जमीन रजिस्ट्री का नियम, OTP सत्यापन की जगह अब नए तरीके से होगा सत्यापन

Land Registry In Bihar: बिहार में जमीन रजिस्ट्री के सत्यापन का तरीका बदल गया है, जिसके तहत 1 जनवरी से जमीन के विक्रेता की पहचान के लिए उनके आधार नंबर से सत्यापन कराने के बाद जमीन रजिस्ट्री करने का आदेश सरकार की ओर से जारी किया जाएगा। बता दें कि सोमवार को इस नियम को लागू नहीं किया जा सका। ऐसे में माना जा रहा है कि सिस्टम और सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने के कारण ओटीपी के आधार से सत्यापन की प्रक्रिया में लोगों को जमीन खरीदने व बेचने में कई तरह की परेशानी आ रही है।

वहीं दूसरी ओर इन हालातों को देखते हुए सोमवार को की जाने वाली जमीन की खरीद बिक्री की प्रक्रिया पहले की तरह ही की गई। हालांकि इन हालातों को लेकर रजिस्ट्री ऑफिस के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही मुख्यालय स्तर पर सिस्टम और सॉफ्टवेयर को अपडेट कराया जाएगा। उसके बाद नई प्रक्रिया की शुरुआत होगी।

जमीन रजिस्ट्री मामले में ठंड के कारण गिरावट

देश के तमाम हिस्सों में ठंड का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। बिहार भी से अछूता नहीं है। ऐसे में लगातार बढ़ती ठंड के कारण सोमवार को रजिस्ट्री के मामलों में काफी गिरावट नजर आई, जिसके चलते रजिस्ट्री ऑफिस पर काफी कम भीड़ रही। 2 जनवरी नए साल का सोमवार का पहला दिन था, लेकिन ठंड के कारण रजिस्ट्री के काफी कम दस्तावेज आए। मालूम हो कि सरकार की ओर से उठाया गया यह कदम जमीन रजिस्ट्री में होने वाले फर्जीवाड़े और ऑफिस में होने वाली भीड़-भाड़ को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है, जिसके मद्देनजर आधार से मोबाइल नंबर पर ओटीपी जनरेट करने से जमीन के विक्रेताओं के सत्यापन होने से यह साफ हो जाता है कि जो व्यक्ति जमीन बेच रहा है वह सही व्यक्ति है या नहीं।

जमीन रजिस्ट्री के मामले में लागू हुए इस नए नियम से रजिस्ट्री के मामले में पारदर्शिता आएगी। इसके साथ ही फर्जीवाड़े के मामले में भी तेजी से गिरावट होगी और कोई भी व्यक्ति आकर फर्जी में जमीन की रजिस्ट्री खरीद या बिक्री नहीं करवा सकता है। नए नियम के साथ फर्जीवाड़े के मामले में तो गिरावट आएगी और साथ ही लोगों को जमीन की खरीद एवं बिक्री में भी पारदर्शिता मिलेगी।

Manish Kumar