बिहार के इस जिले में बनेगा एक और फोरलेन रोड़, साथ मे मिलेगा अंडरपास व सर्विस रोड

बदलते बिहार (Bihar) की तस्वीर में अब एक और नया फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग(Four lane Road On NH) जुड़ने वाला है। इस कड़ी में यह नया फोरलेन रोड मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी राष्ट्रीय राजमार्ग (Muzaffarpur-Sitamarhi National Highway) पर बनेगा। बता दें इसकी प्रशासनिक कवायत तेजी से शुरु हो गई है और नवंबर तक इसका डीपीआर Four Lane Road DPR) भी तैयार हो जाएगा। इसके निर्माण कार्य को लेकर यह संभावना जताई जा रही है कि अगले साल 2023 में इसका टेंडर पास होने के बाद इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport & Highways) स्तर से इस की प्रशासनिक कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा NH-28 में चांदनी चौक से मुजफ्फरपुर सुधा डेयरी होते हुए कांति छिन्नमस्तिका मंदिर तक बने डेंजर जोन को खत्म करने के लिए एक अंडरपास और सर्विस रोड का भी निर्माण किया जा रहा है।

कांटी मं जल्द बनेगा अंडरपास और फ्लाईओवर

गौरतलब है कि कांटी सुधा डेरी के पास जल्द ही एक नया फ्लाईओवर बनाया जाएगा। दरअसल अंडरपास और फ्लाईओवर को लेकर यह कहा जा रहा है कि यहां पर हर दिन सड़क दुर्घटना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके चलते लोगों की मौत हो रही है। इन हादसों को रोकने के लिए सड़क मंत्रालय की ओर से अंडरपास और फ्लाईओवर बनाने का फैसला किया गया है।

डीपीआर से कंस्ट्रक्शन वर्क तक कवायद शुरु

मंत्रालय ने रोड सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट को आधार बनाते हुए मां छिन्नमस्तिका मंदिर के पास लाइट व्हीकल अंडरपास के साथ सर्विस रोड बनाने के डीपीआर को तैयार करवाया है, जिसकी निविदा प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है। इसके साथ ही एनएच 28 और 57 के बीच बने टी-जंक्शन के कारण हमेशा सड़क दुर्घटनाओं का डर बना रहता है। इस डर को खत्म करने के लिए सुधा डेरी के पास एक नया फ्लाईओवर बनाने की भी कवायद चल रही है। इसके लिए मंत्रालय ने सीपीसीएल कंस्ट्रक्शन एजेंसी को भी नियुक्त किया है, जो सर्वे का डीपीआर बनाने के काम में जुट गई है।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 102 के छपरा रेवा घाट से लेकर फकीरा चौक तक सड़क दुर्घटना के मामलों में बीते कुछ सालों में तेजी आई है। इन्हीं को कम करने के लिए इस रोड पर जगह-जगह चेतावनी बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं। साथ ही NH-77 और 5 के निर्माणाधीन बाईपास को जल्द से जल्द पूरा करने के काम में जुट गए हैं, ताकि ट्रैफिक लोड को कम किया जा सके और लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

Kavita Tiwari