बिहार की बेटी का यूपीएससी में जलवा, लगातार दूसरी बार दिव्या ने लिखी सफलता की गाथा

UPSC Result 2022 : अगर इरादे मजबूत हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। निरंतर मेहनत और दृढ़ निश्चय के दम पर ही आदमी कठिन से कठिन लक्ष्य हासिल करता है। ऐसा ही जुनून देश में यूपीएससी की परीक्षा को पास करना है। हर मेधावी और मेहनती छात्र का ड्रीम होता है कि यूपीएससी की परीक्षा को पास कर सिविल सर्विसेज (Civil Services Result 2022) में चुना जाए। बिहार (Bihar) के सारण जिले की दिव्या शक्ति ने यूपीएससी की परीक्षा (Divya Shakti Victory In UPSC) में लगातार दो बार सफलता हासिल करके यह चरितार्थ कर दिया है।

Divya Shakti Victory In UPSC

बुलंद इरादों के साथ दिव्या शक्ति ने लहराया परचम

दिव्या की सफलता से उनके परिवार वाले बेहद खुश हैं। परिवार के लोग कहते हैं कि शुरुआती दिनों से ही दिव्या होनहार छात्रा रही है। दिव्या के पिता धीरेंद्र कुमार सिंह बेतिया मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य पद से रिटायर्ड होकर मुजफ्फरपुर में रह रहे हैं। यूपीएससी की परीक्षा में पिछले साल दिव्या ने 79वीं रैंक हासिल (Success Story of Divya Shakti) की थी। उन्हें आईपीएस रैंक मिला था।

लेकिन आईपीएस बनने के बाद भी वह खुश नहीं थी इसलिए उन्होंने आईएस बनने के लिए दोबारा यूपीएससी की परीक्षा दी। आईपीएस की रोजाना होने वाली मुश्किल ट्रेनिंग के साथ ही उन्होंने रैंक सुधारने की तैयारी जारी रखते हुए यूपीएससी की परीक्षा (UPSE Result Update) फिर से पास कर दी। परिणाम आए तो ऑल इंडिया रैंक दिव्या को 58वीं आई है। अब दिव्या को पूरी उम्मीद है कि निश्चित रूप से उन्हें आईएस रैंक (UPSC Rank) मिलेगा और वह आईएएस बनकर देश की सेवा में जुट जाएगी।

Divya Shakti Success Story

दिव्या ने मैट्रिक तक की पढ़ाई मुजफ्फरपुर से पूरी की है। इंटरमीडिएट की पढ़ाई डीपीएस बोकारो में कंप्लीट हुई। उसके बाद भी आईटी पिलाने से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। 2 साल तक अमेरिकी कंपनी में जॉब करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। पहले रैंक से मिली कामयाबी से नाखुश दिव्या ने दूसरे प्रयास में ही 58वां रैंक लाकर आईएस बनने का सपना साकार कर लिया। दिव्या के परिवार वालों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके बेहतर भविष्य की कामना की।