बिहार सरकार राज्य के शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में लगातार पहल कर रही है। अब शिक्षा विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि राज्य के स्कूली शिक्षा में डिजिटल टेक्नोलॉजी को प्राथमिकता के आधार पर बल दिया जाएगा। आवश्यकतानुसार टीचरों को डिजिटल शिक्षा में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से जुड़ी हुई प्रशिक्षण दिलाई जाएगी। श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में गुरुवार को राजकीय माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में पढ़ रही 9वीं वर्ग से लेकर इंटरमीडिएट तक के 45 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों की सुविधा के लिए उन्होंने फिलो पोर्टल का शुभारंभ किया।
इस मौके पर संजय कुमार (प्रमुख सचिव, शिक्षा विभाग) ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ रहा है। इसी साल से प्रदेश के सभी 9360 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय में इंटरनेट तथा वाई-फाई की सुविधा फ्री में उपलब्ध होगी।शिक्षा मंत्री ने प्रेक्षागृह में मौजूद विद्यार्थियों और शिक्षकों को फिलो शब्द का अर्थ समझाया। उन्होंने कहा कि फिलो एक ग्रीक शब्द है। इसका अर्थ फ्रेंड यानी दोस्त होता है। सभी विद्यार्थियों को फिलो डिजिटल प्लेटफॉर्म सरकार मुफ्त में उपलब्ध करा रही है। इस ऐप पर विद्यार्थियों द्वारा सवाल का जवाब 60 सेकेंड के अंदर टि्वटर देंगे।
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि कक्षा से बाहर जाकर विद्यार्थियों के लिए ऐसी सुविधा प्रदान करने वाला बिहार देश का एकमात्र राज्य बन गया है। आपके मदद से छात्र बिहार बोर्ड की परीक्षा के साथ ही जेईईमेंस और नीट जैसे प्रतिष्ठित परीक्षा की प्रिपरेशन कर सकते हैं। इस अवसर पर किरण कुमार (समन्वयक, बिहार शिक्षा परियोजना) गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर आधारित एक प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया।