पटना Ganga Drive-way देख मुंबई के मरीन ड्राइव की आ जायेगी याद, यकीन नहीं तो देखें तस्वीरें

इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में बिहार की तस्वीर लगातार बदल रही है। इस कड़ी में अब बिहार (Bihar) के लोगों को मुंबई जैसा मरीन ड्राइव राजधानी पटना (Patna) में देखने को मिलने वाला है। मुंबई के मरीन ड्राइव की तर्ज पर पटना में गंगा ड्राइव-वे (Ganga Drive-Way) बनाया जा रहा है, जिसके पथ निर्माण का कार्य प्रगति पर है। पथ निर्माण विभाग ने इसे लेकर दावा किया है कि लोकनायक गंगा एक्सप्रेस-वे (Patna Ganga Drive-way) योजना का कार्य तय समय सीमा के अंदर जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। बता दे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने साल 2013 में लोकनायक गंगा पथ (Loknayak Ganga Path) का शिलान्यास किया था।

गंगा ड्राइव-वे की खूबसूरती मोह लेगी आपका मन

गौरतलब है कि अब तक इस परियोजना पर सरकार की ओर से 1390 करोड रुपए का फंड दिया जा चुका है। वहीं दूसरी ओर हुडको से अतिरिक्त 2000 करोड़ रुपए की व्यवस्था इस परियोजना को लेकर की जा चुकी है। बिहार में बनने वाले इस गंगा ड्राइव-वे को देखने के बाद आपको मुंबई मरीन ड्राइव की याद आ जाएगी।

पटना में बन रहा लोकनायक गंगा एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट बिहार सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसका काम तेजी से चल रहा है, जिसे लेकर सरकार की ओर से दावा किया गया है कि मार्च महीने के फर्स्ट फेस में इसका कार्य पूरा हो जाएगा। पथ निर्माण विभाग ने इसके कार्य को पूरा करने के लिए अपनी ओर से पूरी तैयारी कर ली है।

लोकनायक गंगा पथ का नजारा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा साल 2013 में लोकनायक गंगा पथ का शिलान्यास किया गया था, जिसके तहत पहले चरण के अंतर्गत दीघा से एएन सिन्हा इंस्टिट्यूट तक काम मार्च महीने में पूरा करना है, जिसकी लंबाई करीब 6 किलोमीटर है।

जमीन पर निर्माण – दीघा से एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट (5.9 किलोमीटर)   एलिवेटेड निर्माण – एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट से नुरुद्दीनघाट तक (10.5 किलोमीटर), नुरुद्दीनघाट से दीदारगंज चेक पोस्ट तक (2.9 किलोमीटर) और दीदारगंज चेकपोस्ट से गोपघाट तक (600 मीटर)

इसकी खास बात ये है कि इससे जेपी सेतु (दीघा सेतु) से कच्ची दरगाह विदुपुर सेतु जाने वाले लोग लोकनायक गंगा पथ होते हुए मिनटों में पहुंच जाएंगे। इसके चलते पुराने एनएच-30 (वर्तमान एसएच-106) के इस एलाइनमेंट को 4 लेन चौड़ा किया जा रहा है, जिससे आवागमन का सुगम बनाया जा सके।

Kavita Tiwari