कंडक्टर की ईमानदारी ने जीता दिल! बेटे की फीस के 3.42 लाख रुपये बस में भूला यात्री, कंडक्टर ने लौटाए

हरियाणा (Haryana) के जींद (Jind) से एक दिल को छू लेने वाली खबर सामने आई है, जहां एक रोडवेज बस के कंडक्टर (Haryana Roadways Bus Conductor Honesty) ने मिसाल पेश करते हुए यह साबित कर दिया है कि आज भी इमानदारी जिंदा है। बस कंडक्टर की इमानदारी ने एक बच्चे की शिक्षा का सफर अधूरा रह जाने से बचा लिया। इस ईमानदार कंडक्टर (ऴहे णदल्हमूदी) का नाम है नरेंद्र… जिसने 3,42,000 रूपये से भरा बैग मिलने के बाद उसे उसके मालिक को लौटा दिया। क्या है पूरा मामला? आइए हम आपको विस्तार से बताते हैं।

क्या है मामला?

यह मामला हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways Bus) बस का है, जिसमें नगूरां गांव का है, जहां से राजेश बस में बैग लेकर चढ़ा। चंडीगढ़ बस स्टैंड से पहले राजेश नीचे उतर गया, लेकिन जल्दबाजी में वह अपना बैग बस में ही भूल गया। बस अड्डे पर पहुंची, जिसके बाद एक-एक कर बस से सभी यात्री उतर गए। इसके बाद चालक विजय ने की नजर कोने में पड़े बैग पर पड़ी और उसने उसे उठा लिया। उसने बैग परिचालक नरेंद्र (Haryana Roadways Bus Conductor Narendra) को दिया, जिसके बाद उसने बैग खोलकर देखा बैग में करीबन 3,42,000 रूपये के साथ कुछ और सामान भी था। इस पर उन्होंने बैग को संभाल कर रख लिया। बैग की तलाश में नगूरां निवासी राजेश बस अड्डे पर पहुंचे तो उन्होंने पूछताछ की गई।

पूछताछ के बाद वापिस किया बैग

पूछताछ के बाद बस कंडक्टर नरेंद्र ने उनका बैग उन्हें लौटा दिया। इस दौरान उन्होंने बैग उन्हें वापस करने के बाद तसल्ली के लिए बैग में रखे पैसे भी गिनवाएं। बैग और पूरे पैसे मिलने के बाद राजेश ने राहत की सांस ली और बस कंडक्टर का आभार भी व्यक्त किया।

बेटे की फीस भरने जा रहा था पिता

नरेंद्र ने बताया कि राजेश का बेटा चंडीगढ़ (Chandigarh) किसी शिक्षण संस्थान में पढ़ता है। उसकी फीस जमा करने के लिए राजेश बैग में ₹3,42,000 लेकर जा रहे थे। चंडीगढ़ में एक चौक पर उतरते समय उन्होंने अपने बैग की जगह दूसरा बैग उठा लिया। वह किसी छात्र का था जो परीक्षा देने के लिए जा रहा था। फिलहाल जिस छात्र का बैग था उसे लेकर अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।