बिहार के सभी जिलों में धान की खरीद शुरू, सहरसा और मधेपुरा के किसान चल रहे सबसे आगे

सोमवार से बिहार के सभी जिलों में धान की खरीद शुरू हो गयी है। 716 पैक्सों और व्यापार मंडलों में 1975 किसानों से 14,008 मीट्रिक टन से ज्यादा धान की खरीदारी की जा चुकी है। कुछ तकनीकी खराबियों के चलते नालंदा, जहानाबाद और बांका जिले से धान की खरीदारी के रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड नहीं किए जा सके हैं। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार द्वारा इस बात की जानकारी दी गई। सरकार पहले ही कह चुकी है कि इस बार किसानों को अपना धान बेचने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए सारे इन्तजाम किए जा चुके हैं।

क्रय केंद्रों पर धान खरीद की अद्यतन रिपोर्ट की अधिकारियों द्वारा समीक्षा की गई, जिसके बाद खाद्य सचिव विनय कुमार ने बताया कि धान खरीद में राज्य सरकार द्वारा किसानों और पैक्सों के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखने के लिए जिलाधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश जारी किया गया है, ताकि किसानों को किसी तरह की कोई समस्या ना आए। य पैक्सों द्वारा किसानों को किसी प्रकार का भयादोहन की शिकायत मिलने की स्थिति में जांच की जाएगी और फिर दोषी पैक्सों पर प्राथमिकी दर्ज करायी जाएगी।

राज्य सरकार द्वारा सभी जिलाधिकारियों को क्रय केंद्रों पर निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया गया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य 1940 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों को धान बेचने के एवज में भुगतान किया जाएगा, यह भुगतान अनिवार्य है। बता दे कि इस बार आठ हजार पैक्सों में धान खरीद की व्यवस्था की गई है। इस साल 45 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदारी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मालूम हो कि अब तक 6.20 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया जा चुका है।

राज्य में धान की खरीदारी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें बिन्दुवार

  • बिहार के सभी जिलों में धान खरीद की प्रक्रिया शुरू
  • 1975 किसानों से 14 हजार मीट्रिक टन धान की हुई खरीद
  • जिलाधिकारियों को क्रय केंद्रों पर निगरानी बढ़ाने का निर्देश

धान की सर्वाधिक खरीद (मीट्रिक टन में) :

सहरसा में 1618, पूर्णिया में 1539, मधेपुरा में 1637, दरभंगा में 549, कटिहार में 614, पूर्वी चंपारण में 995, किशनगंज में 529, सुपौल में 745, सीतामढ़ी में 840, पश्चिम चंपारण में 651 मीट्रिक टन धान की खरीद अब तक में हुई है।

Manish Kumar