3 बच्चों की जान बचाने के बाद 13 साल की लड़की ने छोड़ी दुनिया, जानिए अनुष्का की बहदुरी की कहानी

दुनिया में कोई ना कोई किसी ना किसी के लिए मसीहा जरूर बनता है। लेकिन कभी-कभी ऐसा भी हो जाता है कि वही मसीहा भगवान को प्यारा हो जाता है। आज हम आपको एक 13 साल की लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने अपनी बहादुरी से 3 बच्चों की जान तो बचा ली लेकिन इसी बीच उसने खुद की जान गवा दी। 13 साल की अनुष्का ने बहादुरी की पराकाष्ठा दिखाई और अपनी जान पर खेलकर उन 3 बच्चों की जान बचाई। नदी का बहाव तेज था इसी कारण बच्चे डूब रहे थे। तभी उस 13 साल की बच्ची ने नदी के बहाव से उन बच्चों को बचाने की कोशिश की। लेकिन उन बच्चों की जान बचाते बचाते वह खुद इस दुनिया को अलविदा कह गई।

परिवार को नहीं थी जानकारी, बच्चे डुबकी लगाने पहुंच गए पार्वती नदी

Four children who are saved

यह घटना राजस्थान के धौलपुर जिले की है। धौलपुर जिले के विनतीपूरा ग्राम पंचायत में यह घटना घटी। यहां 13 साल की बच्ची ने तीन बच्चों को बचाने में खुद की जान गवा दी। इस बच्ची का नाम था अनुष्का। आपको बता दें कि जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त सभी बच्चे अपने अपने परिवार के साथ रक्षाबंधन के मौके पर पूजा और धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए आए हुए थे। लेकिन वहां बच्चे पास में ही बह रही पार्वती नदी में डुबकी लगाने चले गए। इस बात की जानकारी उनके परिवार वालों को नहीं थी।

उफान पर थी नदी, बच्चों ने लगा दी छलांग

मानसून के समय में नदी अपने भयावह रूप में होती है। इस बात की जानकारी सबको होती है। और इसी तरीके का हाल पार्वती नदी का भी था। लेकिन बच्चों को इस बात का अंदाजा नहीं लगा। नदी उफान पर थी और पानी का बहाव काफी तेज था। बच्चों ने इस पर ध्यान नहीं दिया और नदी में छलांग लगा दिया। उस वक्त उनकी देखरेख के लिए कोई वहां मौजूद भी नहीं था। यही कारण था कि बच्चों ने छलांग लगा दी और अपनी जिंदगी को अधर में डाल दिया।

मसीहा बनकर आई अनुष्का

Anushka

फिर अचानक से नदी का पानी तेज बहाव के साथ बहने लगा। इस कारण उनमें से तीन बच्चे डूबने लगे। उसी वक्त 13 साल की अनुष्का ने उन डूबते हुए बच्चों को देखा। और अपनी जान की परवाह किए बिना ही उन बच्चों को बचाने के लिए नदी में कूद पड़ी। अनुष्का ने पहले तीन बच्चों को बचाने में सफलता हासिल कर ली। लेकिन जब अनुष्का चौथे बच्चे को बचाने के लिए नदी में कूदी तो बहाव इतना तेज हो गया कि वह खुद को संभाल नहीं पाई। हालंकि उन्होनें चौथे बच्चे को भी बचा लिया था।  उस वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था इसलिए अनुष्का की जान नहीं बच पाई।

 चचेरी बहन को बड़ी मुश्किल से बचा पाई अनुष्का

ऐसा बताया जा रहा है कि जिस बच्चे को वह सबसे आखिरी में बचाने के लिए अपनी जान को हथेली पर रखकर जा रही थी। यानी जो चौथा बच्चा था वह दरअसल अनुष्का की ही चचेरी बहन थी। उसकी चचेरी बहन का नाम छवि है और उम्र 7 साल। इन सभी बच्चों को बचाने में अनुष्का ने अपनी जान गवाई। ऐसी बहादुरी विरले ही देखी जाती है। लेकिन अगर उस वक्त कोई बड़ा आदमी मौजूद रहता तो ये घटना नहीं घटती। आप भी अपने बच्चों पर जरूर ध्यान रखें। और इस तरह की दुर्घटनाओं से उन्हें दूर रखें।