बिहार में साइबर फ्रॉड मामलों मे छह वर्षों के दौरान 10.42 करोड़ की हुई ठगी, जाने कैसे होती है ठगी और कहाँ करें शिकायत ?

बिहार में साइबर फ्रॉड की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही हैं।  इससे भी बड़ी बात यह है कि साइबर फ्रॉड करने के तरीके बड़ी तेजी से बदल रहे हैं। साल 2016 से अगर तुलना करें तो इन छह वर्षो में साइबर फ्रॉड पांच गुना बढ़ चुका है। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो साल 2016 से लेकर अब तक में साइबर फ्रॉड के 4643 मामले दर्ज किये गए हैं। सभी थानों से आयी रिपोर्ट बताते हैं कि 2016 से लेकर अब तक में साइबर अपराधियों ने तकरीबन 10.24 करोड़ रुपये की ठगी की है। वहीं अगर ठगी की गई रकम की रिकवरी पर बात करें तो साइबर फ्राड के मामले मे महज पांच फीसदी से भी कम की रिकवरी हुई है। ठगी के मामलो के बीच गौर करने वाली एक बात यह है कि इन साइबर अपराधियों के तरीके लगातार बदलते रहे हैं।

साइबर फ्राड की कहानी की शुरुआत ओटीपी मांग कर खाते से पैसे की निकासी से हुई थी। और अब यह ट्रेंड बदलकर सोशल मीडिया से फ्रॉड, अश्लील वीडियो की ब्लैमेलिंग, ऑनलाइन सेक्स, फोन, बैंक खाता, सिम, आधार कार्ड, पैन कार्ड, क्रेडिट कार्ड, एटीएम कार्ड से फ्रॉड से लेकर लोन का लालच तक पँहुच चुका है। पुलिस अगर किसी एक तरीके को नोटिस करते हुए साइबर अपराधियों को पकड़ने की कोशिश करती है, तो साइबर अपराधी दूसरे ही दिन नए तरीके ढूंढ लेते हैं।

साइबर अपराध के हाल के पाँच टॉप ट्रेंड आप यहाँ देख सकते हैं :

  1. खाता व मोबाइल फोन हैक करके राशि की निकासी
  2. आइएएस, आइपीएस व अन्य अधिकारियों के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट create करना और फिर मदद की बात कहकर ठगी
  3. ऑनलाइन सेक्स का लोभ देकर नग्न तस्वीर की स्क्रीनशॉट निकाल उसे शेयर करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग
  4. इनाम या सामान सस्ते कीमत पर देने का दावा या बकाये रकम की वापसी के लिए लिंक सेंड करना और लिंक पर क्लिक करते ही खाते से रुपये गायब
  5. एनीडेस्क जैसे एप का इस्तेमाल कर किसी के कंप्यूटर में प्रवेश कर जाना और खाते से रुपये उडा लेना

यहां की जा सकती है साइबर ठगी की शिकायत

ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाओ पर लगाम लगाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से एक विशेष साइबर सेल बनाया है। इस सेल की हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल कर आपको जालसाजी की सारी जानकारी देनी होगी, जिसके बाद आप अपना सारा पैसा वापस पा सकेंगे।दर असल आपकी रकम जिस बैंक खाता या फिर आइडी पर ट्रांसफर की गई होगी, 155260 हेल्पलाइन से उस बैंक या फिर इ-साइट को अलर्ट मैसेज दिया जाएगा, उसके बाद आपकी रकम होल्ड की जायेगी। इसके बाद आपकी रकम आपके खाते में वापस आ जायेगी। आप वेबसाइट : https//cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

Manish Kumar