आशीर्वाद यात्रा के दौरान चाचा के ससुराल पहुंचे चिराग, जनसमर्थन का उमडा़ सैलाब

5 जुलाई से दिवंगत रामविलास पासवान की जयन्ती के अवसर पर चिराग ने आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की है। उन्होंने रामविलास पासवान के प्रमुख कार्य क्षेत्र रहे हाजीपुर से अपने यात्रा की शुरुआत की। बता दे कि लोजपा मे दो फाड़ होने के बाद चिराग पार्टी के कार्यकर्ताओ से बराबर मिल रहे हैं और उनका समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहे है। पारस गुट बन जाने के बाद वे अपनी पार्टी और परिवार मे बेहद अकेले हो गए है, ऐसे मे उनकी कोशिश है कि आशीर्वाद यात्रा के जरिए जन समर्थन हासिल कर सके और पार्टी मे फिर से एक नई जान फूँक सके।

चिराग को यह समर्थन मिलता हुआ नज़र भी आ रहा है। आशीर्वाद यात्रा के दौरान लोग उनका साथ देते हुए नज़र आ रहे हैं। आशीर्वाद यात्रा के दौरान शुक्रवार को उन्होने अपने चाचा के ससुराल परमानन्दपुर खगडिया पहुंचे, जहां उन्हें भारी जन समर्थन हासिल हुआ। उनके स्वागत के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा। चाचा के ससुराल और चिराग के ननिहाल मे चिराग का शानदार स्वागत किया गया।

शुक्र्वार को चिराग खगड़िया पहुचे। खगड़िया आगमन पर अलौली प्रखंड मे लोगो ने उनका जोरदार स्वागत किया और फूल की माला पहनाई। इसके बाद वे वीर शिरोमणि मंदिर मे बाबा चौहरमल का दर्शन करने पहुचे । इसके बाद वे अपने पैतृक आवास खगड़िया सहरबनी पहुन्चे, और अपनी बड़ी माँ से मिले।

बड़ी माँ से मिलकर चिराग काफी भावूक् हो गए और माँ से लिपटकर रोने लगे। बड़ी माँ ने भी उन्हें अपने हाथो से खीर खिलाया और पगडी़ भी बांधी। इसके साथ ही चिराग पास्वान ने खगड़िया की पूर्व विधानसभा प्रत्याशी, रेणु कुशवाहा द्वारा आयोजित आशीर्वाद यात्रा सम्मान समारोह मे भाग लिया और पार्टी के कार्यकर्त्ता तथा जनता पदाधिकारी से मुलाकात की।

रामविलास पासवान तीन भाई

आपको बता दे कि दिवंगत रामविलास पासवान तीन भाई थे, रामविलास पासवान और उनके भाई रामचन्द्र पासवान् की मृत्यु हो चुकी है , जबकि रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति कुमार पारस ने पार्टी को अपने कब्जे मे ले लिया है और अध्यक्ष का पद चिराग से छीन लिया है। चिराग शुक्रवार को अपने स्वर्गीय चाचा रामचन्द्र् पासवान के ससुराल पहुचे थे जहां उन्हें काफी स्नेह और प्यार दिया गया।

Manish Kumar

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