बिहार मे 8 साल की लड़की से 28 साल के लड़के की शादी पर हुआ खुलासा, हकीकत निकला चौकनेवाला

दरअसल पिछले 48 घण्टे से ट्विटर पर एक तस्वीर वायरल हो रही है. जिसमे एक आठ साल की बच्ची है और उसे अत्याचार से पीड़ित बताया जा रहा है।कई बड़े बड़े पढ़े लिखे लोग इस तस्वीर को देख कर उस छोटी बच्ची के हमदर्द भीं बने थे। अलग अलग समाजसेवी संगठनो से तरह तरह के नारे लगने शुरू हो गए थे। लेकिन इन सबसे हट कर मामले की सच्चाई कुछ और ही निकली।

दरअसल ये मामला बिहार के नवादा जिले का है जहा एक 8 साल की लड़की की शादी सुर्खियों में है। इस लड़की की शादी की तस्वीर ट्विटर पर जाने के बाद से ही वायरल होना शुरू हो गया था। लेकिन जब इस मामले की पूरी जाँच की गयी तो ये मामला पूरा गलत निकला क्योकि जिस लड़की को ट्विटर पर 8 साल का बताया जा रहा है उसका आधार कार्ड कुछ और ही बता रहा था।

सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी तस्वीर

ये मामला उस वक़्त आग की तरह फ़ैल गया जब एक ट्विटर हैंडल से एक 8 साल की लड़की के साथ एक 28 साल के लड़के की शादी की फोटो वायरल होने लगी उस तस्वीर के ऊपर तरह तरह लके लोगो अपने अपने बयान देने शुरू कर दिए। किसी ने कहा की बिहार के नवादा की यह मार्मिक तस्वीर गरीबी और मज़बूरी को बयान करती है। ऐसे ही हालत में एक मजबूर माँ बाप अपनी छोटी सी बच्ची की शादी एक 28 साल के लड़के से करने को मजबूर है।

इस मामले के तुरंत बाद ही कई बड़े बड़े और जाने माने लोगो ने बॉलीवुड के सेलिब्रिटीज से लेकर छोटे-बड़े नेताओं तक सभी इस ट्विटर की लड़ाई में कूद पड़े। लोगो के द्वारा प्रधानमंत्री मोदी और नितीश कुमार को टैग करके इसे रीट्वीट किया गया। मामले को बढ़ता देख कर जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने फ़ौरन एक उचस्तरीय जांच टीम बनाई और मामले की जांच का निर्देश दिया।

सच आया सामने

अधिकारियो ने जाँच करनी शुरू किया तो पता चला मामला वारिसलीगंज प्रखंड के एक गावं का है। जब पूछताछ करने टीम लड़की के घर पहुंची तो उसका घर बंद मिला। अधिकारियो ने आस पास गावं वालो से बात की तो पता चला लड़की अपनी माँ के साथ अपने ननिहाल में रहती है। गावं के लोगो को इस सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने ये भी कहा की हमारे गावं में किसी भी नाबालिग की शादी नहीं होती है।

जब जाँच टीम ने तह से इसकी खोज शुरू की। जनसम्पर्क कार्यालय के द्वारा इसे बालिग बताया गया। प्रशासन को लड़की का आधार कार्ड मिला जिसपर उसकी जन्मतिथी 1 जनवरी 2002 की है। आधार कार्ड के जाँच के से लड़की को बालिग बताया गया और इस शादी को क़ानूनी तौर पर भी सही ठहराया गया।

source-news8hindi

Manish Kumar

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