घर में रहने वाली लड़कियों को सिखाया जाएगा केक-पेस्ट्री बनाना, सीखने के दौरान प्रत्येक माह मिलेंगे 12 हजार

राज्य सरकार के दिशा-निर्देश पर समाज कल्याण विभाग द्वारा राज्य के सभी होम में रहने वाली लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा मे प्रयास किए जा रहे हैं जिससे कि वे बाहरी दुनिया को समझ सके और अपने कदमों पर खड़ी हो सकें। इस प्रयास को आगे बढ़ाते हुए विभाग की तरफ से 70 से अधिक लड़कियों का चयन किया है, जो कि कम पढ़ी-लिखी हैं। इन्हें केक और पेस्ट्री बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए यानी छह माह का इंटर्न कराने वाली प्राइवेट कंपनी जो केक बनाने का काम करती है, के साथ समझौता किया जायेगा। एक सप्ताह के अंदर कंपनी के साथ सभी कागजी प्रक्रियाएं कर ली जायेंगी और 15 दिसंबर से इनका इंटर्न शुरू हो जायेगा।

हर माह मिलेंगे 12 हजार रुपये

चयनित लड़कियों को इंटर्न के दौरान कंपनी की ओर से प्रत्येक माह 12 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसको लेकर भी सहमति बनी है। वहीं, विभाग की ओर से इन्हें मोबाइल भी उपलब्ध कराया जायेगा। मोबाइल फोन के जरिए जरूरत पड़ने पर इन लड़कियों से अधिकारी बात कर सकेंगे या फिर लड़कियां भी जरुरत पड़ने पर अधिकारियों से संपर्क कर सकेंगी।

महिला अधिकारी करेंगी निगरानी

विभाग के द्वारा होम से बाहर निकलने वाली लड़कियों की दो वर्षो तक निगरानी कराई जाती है। इसके साथ ही बाद में भी वे कहां हैं, इसकी जानकारी भी ली जाती है। फिलहाल् सभी लड़कियों की निगरानी के लिए प्रत्येक पांच लड़कियों पर एक महिला अधिकारी को रखा गया है, जो रोज़ एक बार लड़कियों से बात करेंगी। साथ ही, एक माह में कम- से- कम एक बार लड़कियों से मिलेंगी। जब भी फोन पर बात होगी, तो वह वीडियो कॉल करेंगी।

विभाग करेगा सम्मानित

होम में रहने वाली जिन लड़कियों को बेंगलुरु में ट्रेनिंग के बाद नौकरी मिली है, उन सभी 30 लड़कियों को विभाग द्वारा पटना बुलाया जाएगा । वे बताएंगी कि तट्रेनिंग के दौरान उन्होंने कैसे काम किया और अभी उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थिति में कितना बदलाव आया है। विभाग के अधिकारी द्वारा उनसे इस विषय पर बातचीत की जाएगी। होम में रहने वाली सभी लड़कियों से भी वे मिलेंगी और विभाग की ओर से उनका सम्मान किया जायेगा।

Manish Kumar